जिले में डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता किसानों को मांग के अनुरूप उपलब्ध कराई जाएगी डीएपी
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तहसील अतरौली के नवीन डडार अलूपुरा, नवीन नौगवां एवं सांकरा समितियों पर डीएपी की आपूर्ति पूरी
अतरौली (दक्षिण) समिति द्वारा भुगतान पूर्ण जल्द होगी आपूर्ति
अलीगढ़ 30 जून 2025 (सू0वि0): जिले के कृषकों की फसल उत्पादन आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए डीएपी की आपूर्ति एवं वितरण के संबंध में व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता नागेन्द्र पाल सिंह ने अवगत कराया है कि तहसील अतरौली में 1 अप्रैल 2025 से अब तक कुल 782.250 मैट्रिक टन फॉस्फेटिक उर्वरक की आपूर्ति की जा चुकी है, जिसमें इफको डीएपी 657.250 मैट्रिक टन एवं इफको एनपीकेएस 125.000 मैट्रिक टन शामिल हैं।
26 जून को अतरौली तहसील की सहकारी समितियों- अतरौली (दक्षिण), नवीन डडार अलूपुरा, नवीन नौगवां एवं सांकरा को डीएपी का आवंटन किया गया था। नवीन डडार अलूपुरा, नवीन नौगवां एवं सांकरा समितियों पर डीएपी की आपूर्ति पूरी कर दी गई है, जिससे कृषक अपनी आवश्यकतानुसार सहकारी समितियों से डीएपी प्राप्त कर सकते हैं। अतरौली (दक्षिण) समिति के सचिव द्वारा डीएपी के लिए आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान कर दिया गया है और निकट भविष्य में वहां भी डीएपी की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सभी सहकारी समितियों पर उर्वरक का वितरण कृषकों के आधार कार्ड व खतौनी के अनुसार पॉस मशीन के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। टोकन प्रणाली के तहत क्रमानुसार डीएपी का वितरण सुनिश्चित किया गया है, ताकि सभी पात्र कृषकों को समय से उर्वरक उपलब्ध हो सके। समितियों द्वारा वितरित फॉस्फेटिक उर्वरक पर न तो कोई अतिरिक्त मूल्य लिया जा रहा है और न ही जबरन कोई अन्य उत्पाद कृषकों को दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि समितियों से केवल इफको एवं कृभको के उर्वरक ही विक्रय किए जाते हैं। साथ ही इफको द्वारा निर्मित नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी भी कृषकों को उनकी मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। एआर कॉपरेटिव ने कृषकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें एवं उर्वरक वितरण संबंधी जानकारी के लिए संबंधित सहकारी समिति से ही संपर्क करें। प्रशासन कृषकों को समुचित मात्रा में गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।