छर्रा में हार्ट अटैक से महिला की मौत, जिले में एक माह में 6 मौतों से दहशत
1 min read
अलीगढ़ के छर्रा कस्बे में हार्ट अटैक से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को 37 वर्षीय महिला गौरी चौहान की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। घटना उस समय हुई जब गौरी अपने मायके जा रही थीं। रास्ते में उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और कुछ ही देर में उनकी हृदय गति रुक गई।
छर्रा कस्बे में पिछले एक हफ्ते के भीतर हार्ट अटैक से यह तीसरी मौत है। इससे पहले बीते दिनों एक बच्ची और एक बच्चे की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो चुकी है। इन घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है।
पिछले 30 दिनों में अलीगढ़ जिले के विभिन्न हिस्सों में हार्ट अटैक से छह लोगों की मौत हो चुकी है। खैर थाना क्षेत्र के अर्राना गांव में एक लड़की की इसी कारण मृत्यु हुई थी। शहर के अन्य हिस्सों में एक डॉक्टर और एक अन्य व्यक्ति की भी जान जा चुकी है। इन लगातार हो रही मौतों ने जिले के लोगों को चिंता में डाल दिया है।
मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि हार्ट अटैक की घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी का कारण जीवनशैली में बदलाव, तनाव, और सर्दी के मौसम में रक्त प्रवाह में रुकावट हो सकता है। साथ ही, जागरूकता की कमी और समय पर इलाज न मिल पाना भी इन घटनाओं का प्रमुख कारण हो सकता है।
इन घटनाओं से छर्रा और अलीगढ़ के अन्य हिस्सों में दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासी अपनी और अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लोग इन मौतों के पीछे के कारणों को जानने और प्रशासन से स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार, सर्दियों में हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि देखी जाती है। ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है। विशेषज्ञों ने लोगों से ठंड से बचने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की है।स्वास्थ्य विभाग को इन घटनाओं को लेकर विशेष कदम उठाने की जरूरत है। जागरूकता अभियान चलाने और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने से इन मौतों को रोका जा सकता है। प्रशासन को भी ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने चाहिए।