पत्रकारों के मान सम्मान की लड़ाई में अग्रणी रहे हैं जिलाध्यक्ष सुखवीर शर्मा
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अलीगढ़: बरिष्ठ पत्रकार गौरीशंकर शर्मा ने एक प्रेस विग्यप्ति में कहा है कि 14 फरवरी दिन शुक्रवार सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रशर्शनी अलीगढ के मुक्ताकाश मंच पर हमारे जिलाध्यक्ष श्री सूखबीर शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीण पत्रकार संमेलन आयोजित होने जारहा है सभी पत्रकार साथियों से अपील है अधिक से अधिक संख्या में संमेलन में पहुंच कर ग्रामीण पत्रकारता आने वाली विभिन्न परेशानियों के निराकरण पर होने वाली चर्चा में सहभागी बने, पत्रकारों के मान-सम्मान की लड़ाई में हमेशा अग्रणी भूमिका में रहे हैं ग्रामीण पत्रकार यूनियन के जिला अध्यक्ष सुखवीर शर्मा जी, यही कारण है कि आज ग्रामीण पत्रकार यूनियन में 200( दो सैकड़ा ) से अधिक पत्रकार उनके साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते है संगठन भले कोई हो लेकिन जहां पत्रकारों के हित की बात आती है वह उनके साथ चट्टान की तरह खड़े हो जाते हैं। चार वर्ष पूर्व भी उन्होंने खैर में दारोगा द्वारा अभद्रता करने पर 80 पत्रकारों के साथ उन्होंने मैराथन जुलूस निकालकर प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन को दिखा दिया था कि पत्रकारिता क्या होती है। मामला चाहे लोधा थाने का हो, गभाने का हो या टप्पल का जो पत्रकार एकता जिला अध्यक्ष सुखवीर शर्मा जी के नेतृत्व में दिखाई गई है वह एक मिसाल बनकर रह रही है। गभाना सी एच सी पर वहां के पत्रकार दीपांशु माहेश्वरी से अधीक्षक द्वारा अभद्रता करने पर सैकड़ो पत्रकारों ने सी एच सी को घेर लिया था, डाक्टर मुंह छुपा कर भागने को मजबूर हो गया था। शनिवार को भी थाना टप्पल पर वरिष्ठ पत्रकार दिलशाद अली से किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष से चलरहे विवाद में आये दिन अभद्रता करते रहते थे ज़ब यह घटना पत्रकार ने अध्यक्ष श्री सुखवीर शर्मा जी के संज्ञान में लाये तो अध्यक्ष जी किसान यूनियन नेता के ही घर पहुंच गए वही ग्रामीण पत्रकार यूनियन के कुछ साथियों को बुलाया तो वहीं ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि को भी बुलाकर पत्रकार के हित में सम्मानजनक फैसला कराया। यही कारण है कि ग्रामीण पत्रकार यूनियन में निरंतर पत्रकारों की बढ़ती संख्या इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पत्रकारों का हित केवल ग्रामीण पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष सुखवीर शर्मा के नेतृत्व में ही सुरक्षित है। जिला अध्यक्ष सुखवीर शर्मा जी का कहना है कि वह पत्रकारों के हित की लड़ाई के लिए आखरी सांस तक लड़ते रहेंगे।