अतरौली में डीएपी के लिए रात भर लाइन में लगे किसान
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अतरौली की क्षेत्रीय सहकारी समिति उत्तरी पर डीएपी वितरण की सूचना मिलने पर किसानों ने 15 नवंबर की रात से ही डेरा डाल दिया। सर्द रात में किसान कंबल और रजाई लेकर अपनी लाइन में ही लगकर सो गए। जिसमें डीएपी पाने के लिए एक कतार महिलाओं की भी लगी हुई थी।
आपको बता दें अलीगढ़ जनपद की अतरौली में किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से डीएपी नहीं मिल पा रही है यहां के जनप्रतिनिधि सुनने को तैयार नहीं है वह अपने चुनाव में व्यस्त है और मस्त हैं। उन्हें किसान की कोई चिंता नहीं है। आपको बता दे अतरौली विधानसभा सीट से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री बाबूजी कल्याण सिंह के पोते दो बार से विधायक हैं और योगी की कैबिनेट में मंत्री भी है। इस विधानसभा से एक मंत्री होने के नाते किसानों का कोई भी दर्द नहीं सुनने वाला।
सरकार के नुमाइंदे डीएपी लगाने के नुकसान तो बता रहे हैं लेकिन किसानों की जरूरत के हिसाब से उन्हें डीएपी नहीं मिल पा रही है सरकार अपनी नाकामी छुपा रही हैं।
आपको बता दे अतरौली में 14 नवंबर शाम को सहकारी समिति उत्तरी को 360 बोरी डीएपी प्राप्त हुई। 15 नवंबर को किसान डीएपी लेने पहुंचे तो वहां नोटिस बोर्ड पर गुरु नानक जयंती का अवकाश होने पर 16 नवंबर को सुबह 10 बजे से डीएपी वितरण होने की सूचना चस्पा थी। इससे किसान दिन में लौट गए और रात आठ बजे घर से खाना खाकर रजाई और कंबल लेकर सोसाइटी पर पहुंच गए।
रात में किसान वहीं सो गए। कुछ लोगों ने उन्हें वहां से हटाने का भी प्रयास किया। किसान कुछ देर के लिए साइड में हट गए और फिर से लाइन में जाकर बैठ गए। किसानों को खुले आसमान के नीचे ही डीएपी के लिए रात गुजारनी पड़ी। डीएपी के लिए किसान बेहद परेशान हैं, उनकी कोई नहीं सुन रहा है।
किसानों ने कहा कि अलीगढ़ की विधानसभा खेर में उपचुनाव होना है तो वहां पर भरपूर डीएपी मिल रही है। अतरौली में किसानों को डीएपी नहीं मिल रही इससे गेहूं की फसल बोने के लिए देरी हो रही है।