सरकारी स्कूल के निलंबित प्रधानाध्यापक चार्ज सौंपने पहुंचे तो शिक्षक और बच्चे लिपटकर रोने लगे
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अलीगढ़ में एक सरकारी स्कूल से जुड़ी एक भावुक घटना ने सबका ध्यान खींचा है। कंपोजिट विद्यालय सिरसा, विकासखंड विजौली के प्रधानाध्यापक विजेंद्र सिंह को हाल ही में निलंबित कर दिया गया था। निलंबन का कारण था कि उन्होंने स्कूल में बच्चों को फल वितरण करने के बजाय गाजर और मटर बांट दी थी। इस घटना के बाद जब विजेंद्र सिंह अपने स्कूल में चार्ज दूसरे शिक्षक को सौंपने पहुंचे, तो वहां का माहौल बेहद भावनात्मक हो गया।
स्कूल पहुंचते ही अन्य शिक्षक और बच्चे विजेंद्र सिंह से लिपटकर रोने लगे। बच्चों और बच्चियों के रोने की यह मार्मिक घटना कैमरे में कैद हो गई और देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि बच्चे अपने प्रिय शिक्षक के जाने से दुखी हैं और उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। शिक्षकों और बच्चों का यह भावनात्मक जुड़ाव देखकर हर कोई हैरान है।
बताया जा रहा है कि विजेंद्र सिंह का निलंबन एक समाचार चैनल की रिपोर्ट के बाद हुआ, जिसमें स्कूल में फल की जगह गाजर-मटर वितरण की बात सामने आई थी। इस खबर का संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने तत्काल प्रभाव से विजेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया था। हालांकि, निलंबन के बाद स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया था और बच्चों ने परीक्षा देने से इनकार कर दिया था।
यह मामला छर्रा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय सिरसा का है, जो विकासखंड विजौली के अंतर्गत आता है। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है। लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या फल की जगह गाजर-मटर बांटना इतना बड़ा अपराध था कि एक शिक्षक को निलंबित करना पड़ा, या फिर बच्चों और शिक्षकों के बीच का यह भावनात्मक रिश्ता व्यवस्था से ऊपर है। यह खबर अभी भी सुर्खियों में बनी हुई है और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो लोगों के दिलों को छू रहा है।
